निर्जला एकादशी व्रत कथा व महिमा | Nirjala Ekadashi Vrat 2023 ~ @bhaktibhajankirtan<br /><br /><br />निर्जला एकादशी, जिसे पांडव एकादशी या भीमसेनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है, एक वर्ष में मनाई जाने वाली 24 एकादशियों में सबसे महत्वपूर्ण है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन व्रत रखने का महत्व भीम को स्वयं ऋषि वेदव्यास ने बताया था। यह उपवास कठोर है क्योंकि इसमें भोजन और पानी दोनों का त्याग करना शामिल है। ऐसा कहा जाता है कि इस एकादशी व्रत को करने से वही फल मिलता है जो अन्य सभी एकादशी व्रतों को करने से मिलता है। निर्जला एकादशी सभी व्रतों में श्रेष्ठ और पुण्यदायी मानी जाती है।<br /><br />आप सभी भक्तों से अनुरोध है कि आप ( Bhakti Bhajan Kirtan ) चैनल को Follow करें व भजनो का आनंद ले व अन्य भक्तों के साथ Share करें व Like जरूर करें<br /><br />Subscribe to Bhakti Bhajan Kirtan on Youtube :-<br />https://www.youtube.com/watch?v=KtSVh1WEiKQ<br /><br />Follow us on Facebook for regular updates:<br />https://www.facebook.com/bhaktibhajankirtan<br /><br /><br />Follow Us On instagram For regular Updates :-<br />https://www.instagram.com/bhaktibhajankirtan/